सहकारिता से आत्मनिर्भरता अभियान

सहकारिता से आत्मनिर्भरता अभियान।
 हरियाणा प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को बढ़ावा देने के लिए द विकसित भारत मल्टीपर्पज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड ने अब सहकारिता से आत्मनिर्भरता अभियान शुरू किया है जिसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में जोरदार तरीके से जागरूकता के लिए कार्य किया जा रहे हैं। सामान्यतः आम आदमी अपने अकेले के दम पर कोई बड़ा उद्दम या व्यवसाय शुरू नहीं कर पाता,अपने उत्पाद या सेवा की मार्केटिंग नहीं कर पाता परिणामस्वरुप एक सामान्य या अभाव ग्रस्त जीवन ही व्यतीत कर पाता है जबकि समान विचारधारा वाले लोग आपस में मिलकर कुछ कार्य करते हुए बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं।लोगों को एक मंच पर लाकर सबके हित व सबके भले के लिए उन्हें एक दूसरे से जोड़ना व यथासंभव रोजगार के अवसर उत्पन्न करना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।उत्पादक की उपभोक्ता तक सीधी पहुंच,गुणवत्तापूर्ण उत्पाद,पारिवारिक रोजगार,नागरिक की क्षमताओं व विशेषज्ञता का देश हित में सदुपयोग करके गरिमा पूर्ण जीवन के अवसर उपलब्ध करवा कर हम कुछ ही समय में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।
औद्योगिक क्रांति से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाले लघु,सूक्ष्म व मध्यम दर्जे के ग्रामोद्योग खत्म हो गए।बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन व एक ही कंपनी के विभिन्न क्षेत्रों में कदम रखने से भारतीय बाजार में इनका आधिपत्य हो गया जिससे किसान-मजदूर,ग्रामीण व मध्यम वर्ग के लोग मात्रा उपभोक्ता बनकर ही रह गए है।सरकार ने भी सहकारिता की महता को समझते हुए सन 2002 में राष्ट्रीय सहकारिता नीति घोषित की व उसमें विभिन्न सकारात्मक प्रावधान किए। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक आदि महान स्वतंत्रता सेनानियों ने सहकारिता के क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दिया है।उन्हीं महापुरुषों के सपनों व आमजन के सुनहरे भविष्य को धरातल पर योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने के लिए ही “सहकारिता से आत्मनिर्भरता” अभियान चलाया जा रहा है।अपने मजबूत इरादों व नेक नियत के बलबूते हमने इसमें शुरुआती सफलता प्राप्त की है व भविष्य में भी हम अवश्य ही इसमें सफल होंगे व विकसित हरियाणा के साथ-साथ विकसित भारत निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Co-Operative sector can boost India!s economy,employment and development.

भारतीय युवाओं के लिए कॉपरेटिव संस्कार  की जरूरत हैं, सभी युवाओं को रोजगार देना है तो  हर क्षेत्र में सहकारिता को अपनाना होगा। ——————————————— भारत

Co-Operative India

सन 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लिए चल रहे तमाम प्रयासों के बीच हमारा यह उद्यम समाज को सहकार से समृद्धि की